गुजरात में गणेश उत्सव की धूम शुरू हो चुकी है! पूरे राज्य में भक्त गणेश चतुर्थी के त्योहार को धूमधाम से मना रहे हैं। बप्पा मोरया के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान है।
गणेश उत्सव का महत्व
गणेश चतुर्थी हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है। इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। गणेश जी को विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है और माना जाता है कि वे सभी शुभ कार्यों की शुरुआत करते हैं।
गुजरात में गणेश उत्सव
गुजरात में गणेश उत्सव को बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। लोग अपने घरों में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं। 10 दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में भजन-कीर्तन, भंडारे और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
शानदार मूर्तियां: गुजरात में गणेश जी की बहुत ही खूबसूरत और विशाल मूर्तियां बनाई जाती हैं। इन मूर्तियों को सजाने में कलाकार अपनी पूरी मेहनत लगाते हैं।
झांकियां: गणेश उत्सव के दौरान कई जगहों पर झांकियां निकाली जाती हैं। इन झांकियों में भगवान गणेश के जीवन से जुड़े प्रसंगों को दिखाया जाता है।
भंडारे: गणेश उत्सव के दौरान भंडारे लगाए जाते हैं, जिसमें सभी लोग मिलकर प्रसाद ग्रहण करते हैं।
क्यों मनाया जाता है गणेश उत्सव?
शुभ आगमन: गणेश जी को सभी शुभ कार्यों की शुरुआत करने वाला माना जाता है। इसलिए, गणेश उत्सव को नए कार्यों की शुरुआत करने का शुभ अवसर माना जाता है।
विघ्नहर्ता: गणेश जी को विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है। माना जाता है कि वे सभी प्रकार के विघ्नों को दूर करते हैं।
एकता और भाईचारा: गणेश उत्सव लोगों को एक साथ लाता है और भाईचारे का भाव पैदा करता है।
आइए, हम सभी मिलकर गणेश जी की आराधना करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
गणपति बप्पा मोरया!