भारत में शहरीकरण और आर्थिक विकास के बावजूद, बेघर और गरीब नागरिकों के लिए आवास की समस्या एक बड़ी चुनौती रही है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने 2011 में राजीव आवास योजना (RAY) की शुरुआत की। इस योजना का उद्देश्य शहरी इलाकों में गरीब और बेघर लोगों को आश्रय देना था।
राजीव आवास योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी गरीबों को पक्के मकान उपलब्ध कराना और देश में झुग्गी-झोपड़ियों का उन्मूलन करना था। इसका एक अहम लक्ष्य यह भी था कि शहरों में आवासीय बुनियादी ढांचे को सुधारते हुए सबको सुरक्षित और सुलभ आवास प्रदान किया जाए।
योजना के प्रमुख बिंदु
1. शहरी झुग्गी उन्मूलन: योजना के अंतर्गत शहरी क्षेत्रों में झुग्गियों को हटाकर वहाँ स्थायी आवासीय इकाइयों का निर्माण किया जाता है।
2. गरीबों के लिए किफायती आवास: इस योजना के तहत सरकार गरीब और निम्न आय वर्ग के परिवारों को सस्ते और पक्के मकान उपलब्ध कराने की दिशा में काम करती है।
3. केंद्र और राज्य सरकार की साझेदारी: इस योजना को केंद्र और राज्य सरकारों की साझेदारी में लागू किया गया, जिसमें दोनों सरकारें मिलकर आर्थिक सहायता प्रदान करती हैं।
4. सामाजिक और आर्थिक विकास: केवल मकान ही नहीं, बल्कि योजना के तहत आवासीय क्षेत्रों में बिजली, पानी, सीवरेज, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी ख्याल रखा गया है।
5. लाभार्थियों की पहचान: इस योजना का लाभ शहरी गरीबों, विशेष रूप से झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले परिवारों को मिलता है, जिन्हें इस योजना के तहत पक्का मकान मिलता है।
योजना का क्रियान्वयन
राजीव आवास योजना का क्रियान्वयन चरणबद्ध तरीके से किया गया। पहले चरण में बड़े शहरों और महानगरों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जहाँ झुग्गी-झोपड़ी वाले क्षेत्रों की संख्या ज्यादा थी। इसके बाद छोटे शहरों और कस्बों में भी इस योजना का विस्तार किया गया। सरकार ने विभिन्न शहरी निकायों और प्राइवेट कंपनियों के साथ मिलकर इस योजना को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया।
राजीव आवास योजना की वेबसाइट
योजना से जुड़ी और अधिक जानकारी के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं: https://mhupa.gov.in
राजीव आवास योजना ने शहरी गरीबों के लिए आवासीय संकट को हल करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया। हालांकि, इस योजना के प्रभाव को पूरी तरह से महसूस करने में कई साल लगेंगे, लेकिन इसकी दिशा और उद्देश्य समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अग्रसर हैं। यह योजना एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे सरकार सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए काम कर सकती है।