*तंगालान* निर्देशक पा. रंजीत की एक बहुप्रतीक्षित फिल्म है, जो तमिल सिनेमा की सीमाओं को तोड़ते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूम मचाने का वादा करती है। इस फिल्म में चियान विक्रम ने मुख्य भूमिका निभाई है, और फिल्म की कहानी ब्रिटिश शासन के दौरान की है, जब भारत में जातिगत भेदभाव और सामाजिक अन्याय चरम पर था। यह फिल्म एक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित है और इसमें एक्शन, ड्रामा और समाजिक संदेश का एक जबरदस्त मिश्रण देखने को मिलता है।
*तंगालान* की कहानी दक्षिण भारत के कोलार गोल्ड फील्ड्स (Kolar Gold Fields – KGF) की है, जो ब्रिटिश शासनकाल में एक महत्वपूर्ण सोने की खान थी। फिल्म की पृष्ठभूमि इस क्षेत्र के लोगों के संघर्ष और उनके उत्पीड़न को दर्शाती है। विक्रम का किरदार, जो तंगालान के नाम से जाना जाता है, इस संघर्ष के केंद्र में है। तंगालान अपने समुदाय के लोगों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के लिए ब्रिटिश शासकों और स्थानीय शोषकों के खिलाफ लड़ता है।
फिल्म की कहानी उस दौर के सामाजिक भेदभाव, जाति व्यवस्था और वर्ग संघर्ष पर भी तीखे सवाल उठाती है, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करती है।
चियान विक्रम एक बार फिर अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को प्रभावित करते हैं। उनके किरदार में जोश, क्रोध और करुणा का बेहतरीन मिश्रण है। विक्रम ने अपने शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से इस किरदार को पूरी तरह से निभाया है। उनका एक्शन सीक्वेंस हो या इमोशनल सीन, हर जगह वे अपनी छाप छोड़ते हैं।
अन्य कलाकारों में, पार्वती थिरुवोथु ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। उनका किरदार फिल्म में एक मजबूत महिला की छवि को दर्शाता है, जो समाज की बेड़ियों को तोड़ने की कोशिश करती है। ब्रिटिश अधिकारियों की भूमिका में विदेशी कलाकारों ने भी अच्छा काम किया है, जो फिल्म को एक प्रामाणिकता प्रदान करता है।
पा. रंजीत एक ऐसे निर्देशक हैं, जो सामाजिक मुद्दों को लेकर फिल्मों में गहरी बात कहने का हुनर रखते हैं। *तंगालान* में भी उन्होंने उसी सोच के साथ जातिवाद और शोषण के मुद्दे को सामने रखा है। हालांकि फिल्म का मुख्य आकर्षण एक्शन और रोमांच है, लेकिन रंजीत ने कहानी के सामाजिक संदेश को कहीं खोने नहीं दिया। फिल्म की सिनेमेटोग्राफी और बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के माहौल को और भी प्रभावी बनाते हैं।
फिल्म के एक्शन सीक्वेंस बेहद शानदार हैं। विक्रम की फाइटिंग स्टाइल और उनकी शारीरिक मेहनत साफ झलकती है। साथ ही, फिल्म के सेट और लोकेशंस भी कहानी को और प्रामाणिक बनाते हैं। कोलार गोल्ड फील्ड्स की दुनिया को रंजीत ने बड़े ही सजीव और ग्रिट्टी तरीके से पेश किया है। सिनेमेटोग्राफर ए. शिवकुमार ने दृश्यात्मक दृष्टि से फिल्म को भव्य बना दिया है।
जी.वी. प्रकाश कुमार का संगीत फिल्म की एक और खासियत है। बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के सस्पेंस और थ्रिल को बढ़ाता है। गाने फिल्म की गति को धीमा किए बिना कहानी को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं।
फिल्म की एकमात्र कमजोरी यह हो सकती है कि कभी-कभी कहानी थोड़ी धीमी लगने लगती है। हालांकि फिल्म के एक्शन सीक्वेंस और अभिनय इसे संतुलित करते हैं, लेकिन कुछ दृश्य खिंचे हुए महसूस हो सकते हैं। इसके अलावा, फिल्म का अंत थोड़ा प्रेडिक्टेबल लग सकता है, लेकिन कुल मिलाकर यह एक प्रभावशाली अनुभव देती है।
*तंगालान* एक ऐसी फिल्म है, जो न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि समाज के महत्वपूर्ण मुद्दों को भी दर्शकों के सामने लाती है। चियान विक्रम का दमदार प्रदर्शन, पा. रंजीत का उत्कृष्ट निर्देशन और फिल्म की प्रामाणिक पृष्ठभूमि इसे एक यादगार अनुभव बनाते हैं। यदि आप एक्शन, ड्रामा और एक अच्छी कहानी के शौकीन हैं, तो *तंगालान* आपको निराश नहीं करेगी। यह फिल्म न सिर्फ एक्शन प्रेमियों के लिए है, बल्कि उन लोगों के लिए भी जो सिनेमा में सामाजिक संदेश देखना पसंद करते हैं।
रेटिंग: 4/5
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