भारतीय शेयर बाजार में हलचल मची हुई है. निफ्टी ने आज नया रिकॉर्ड बनाते हुए अपने सर्वोच्च स्तर को छू लिया है, जबकि सेंसेक्स में 250 अंकों की बढ़त देखने को मिली है. इस तेजी के पीछे प्रमुख कारण आईटी और फार्मा सेक्टर के स्टॉक्स का शानदार प्रदर्शन है.
निफ्टी ने छुआ नया रिकॉर्ड
निफ्टी 50 इंडेक्स ने आज इतिहास रचते हुए अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर को छू लिया. निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण संकेत है कि भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल बना हुआ है. बाजार में आईटी और फार्मा कंपनियों के अच्छे परिणाम और भविष्यवाणी के आधार पर निवेशकों का उत्साह बढ़ा है.
सेंसेक्स में 250 अंकों की बढ़त
सेंसेक्स ने आज 250 अंकों की उछाल दर्ज की, जिससे निवेशकों में खुशी की लहर दौड़ गई. सेंसेक्स में वृद्धि का प्रमुख कारण प्रमुख कंपनियों के अच्छे वित्तीय परिणाम और बढ़ती वैश्विक मांग है. इसके साथ ही, भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और सरकारी नीतियों में सुधार भी सेंसेक्स की बढ़त में योगदान दे रहे हैं.
ओपनिंग में सेंसेक्स 70 अंकों की तेजी के साथ 81,781 के लेवल के आसपास खुला था. वहीं, निफ्टी 12 अंकों की बढ़त के साथ 25,030 के ऊपर खुला. आईटी और ऑटो शेयरों में बढ़िया तेजी हुई.
करेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने फार्मा सेक्टर के स्टॉक ल्यूपिन (Lupin) को टेक्निकल पिक बनाया है. ब्रोकरेज ने Lupin में 2-3 दिन के नजरिए से खरीदारी की सलाह दी है.
सुस्त बाजार में बुधवार को Lupin में तेजी के साथ कारोबार की शुरुआत हुई. शुरुआती कारोबार में स्टॉक 1 फीसदी चढ़ गया. पिछले 1 साल में इस स्टॉक ने करीब 100 फीसदी की तेजी दिखाई है. 2024 में अब तक स्टॉक 65 फीसदी रिटर्न दे चुका है. वहीं, 6 महीने में स्टॉक ने 35 फीसदी, 3 महीने में 36 फीसदी और 1 महीने में 20 फीसदी उछल चुका है. BSE पर शेयर का 52 वीक हाई 2,195.40 और लो 1,088.30 है. कंपनी का मार्केट कैप 99,958 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
निवेशकों के लिए सलाह
हाल के बाजार रुझानों को देखते हुए निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने निवेश पोर्टफोलियो की समीक्षा करें और मौजूदा बाजार परिस्थितियों के अनुसार निवेश निर्णय लें. आईटी और फार्मा सेक्टर के स्टॉक्स में निवेश की संभावना को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को सतर्क और सूचित रहना चाहिए. शेयर बाजार की वर्तमान स्थिति और निफ्टी-सेंसेक्स के प्रदर्शन पर नजर बनाए रखना महत्वपूर्ण है. आने वाले दिनों में बाजार के रुझान और कंपनियों की रिपोर्ट्स के आधार पर निवेशक अपने निर्णय ले सकते हैं.