यूट्यूब ने भारत में अपने प्रीमियम प्लान मंहगे कर दिए हैं। प्रीमियम प्लान लेने पर यूट्यूब पर विज्ञापन नहीं आते हैं। इंडिविजुअल और स्टूडेंट प्लान का सब्सक्रिप्शन चार्ज 12 से 15 फीसदी तक बढ़ गया है।
यूट्यूब पर अभी तक इंडिविजुअल प्रीमियम प्लान 129 रुपए मंथली था। जो अब बढ़कर 149 रुपए हो गया है। जबकि स्टूडेंट्स प्लान जो पहले 79 रुपए मंथली था वो बढ़कर 89 रुपए मंथली हो गया है। यूट्यूब प्रीमियम का फैमिली प्लान पहले 189 रुपए का था जो अब 58 फीसदी महंगा होकर 299 रुपए का हो चुका है।
यूट्यूब के प्रीमियम सेगमेंट के तहत पेश होने वाले तीन और प्लान के रेट्स भी बढ़ गए हैं। इंडिविजुअल प्रीपेड के लिए प्रीमियम प्लान का मंथली रेट अब बढ़कर 159 रुपए हो गया है। जो पहले 139 रुपए था।
वहीं इंडिविजुअल क्वार्टिली (तीन महीने का) प्लान अब 399 रुपए से बढ़कर 499 रुपए हो गया है। एनुअल प्लान की बात करें तो यूट्यूब के प्रीमियम एनुअल प्लान के लिए अब 200 रुपए ज्यादा चुकाना होगा। पहले जहां इंडिविजुअल प्रीमियम का सालाना चार्ज 1290 रुपए था वो अब बढ़कर 1490 रुपए हो गया है।
YouTube Premium Plans के सब्सक्राइबर
यूट्यूब ने इस साल फरवरी में बताया था कि YouTube Premium और YouTube Music के सब्सक्राइबर्स की संख्या 10 करोड़ पहुंच गई है। यह नवंबर 2022 में 8 करोड़ था।
गूगल के सब्सक्रिप्शन बिजनेस में YouTube Premium की एनुअल हिस्सेदारी 15 अरब डॉलर है। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचई ने इस साल जनवरी में ये बताया था।
इस साल अप्रैल में कंपनी ने ये भी कहा था कि जो यूजर्स थर्ड पार्टी एड ब्लॉकर यूज कर रहे हैं उन्हें बफरिंग की दिक्कत आ रही होगी या फिर ये (the following content is not available on this app) मेसेज आ रहा होगा।
यूट्यूब ने पहले भी यह बताया है कि उसका जोर इस बात पर है कि कोई भी यूजर थर्ड पार्टी एड ब्लॉकर का इस्तेमाल करके वीडियो ना देखे। क्योंकि इसका असर कंपनी की कमाई पर पड़ता है। अगर कोई प्रीमियम सब्सक्रिप्शन प्लान लेता है तो उसे वीडियो में विज्ञापन नहीं दिखता है।